हापुड़ जिले के थाना पिलखुवा क्षेत्र के मोहल्ला कृष्णगंज में शनिवार को एक चौंकाने वाली घटना हुई, जिसने पूरे इलाके को हैरान कर दिया। एक 15 वर्षीय किशोरी ने जनरल स्टोर संचालक अभय कुमार पर अचानक ब्लेड से हमला कर दिया। यह पूरी घटना दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई, जिसमें साफ देखा जा सकता है कि लड़की पैसे लेती है और जैसे ही दुकानदार फोन देखने में व्यस्त होता है, वह अचानक उसके हाथ पर ब्लेड से वार कर देती है। हमले के बाद किशोरी मौके से भागने की कोशिश करती है, लेकिन आसपास के लोगों ने उसे पकड़ लिया।

घटना का पूरा विवरण
स्थानीय लोगों और दुकानदार के परिवार के अनुसार, यह किशोरी अक्सर दुकान से सामान खरीदती थी और इस्तेमाल के बाद उसे वापस करने व पैसे लौटाने की जिद करती थी। कई बार दुकानदार ने उसका सामान वापस भी ले लिया था, लेकिन इस बार उसने मना कर दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच बहस हुई। दुकानदार का कहना है कि बाद में उसने बच्ची को सामान के पैसे दे भी दिए, मगर किशोरी ने गाली-गलौज शुरू कर दी और बाहर निकलते समय अचानक ब्लेड से हमला कर दिया।
हमले में दुकानदार के हाथ और पेट पर गंभीर चोटें आईं। घायल अभय कुमार को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। मोहल्ले वालों का कहना है कि किशोरी मानसिक रूप से अस्वस्थ है और उसका इलाज भी चल रहा है।
पुलिस की कार्रवाई और जांच
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई। मोहल्ला कृष्णगंज निवासी नरेश कुमार सैनी ने बताया कि इससे पहले भी किशोरी ने उनके भतीजे पर ईंट से हमला किया था, लेकिन मोहल्ले के लोगों के कहने पर तब कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। इस बार परिवार ने किशोरी के खिलाफ पिलखुवा कोतवाली में तहरीर दी है। पुलिस ने किशोरी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि किशोरी का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है और मामले की जांच की जा रही है।
पिलखुवा क्षेत्रीय अधिकारी अनीता चौहान ने भी पुष्टि की है कि मामला संज्ञान में आया है और सभी पहलुओं से जांच की जा रही है।
स्थानीय प्रतिक्रिया और सामाजिक चिंता
इस घटना के बाद मोहल्ले में दहशत का माहौल है। लोग हैरान हैं कि इतनी कम उम्र की बच्ची ने इतनी गंभीर वारदात को अंजाम कैसे दे दिया। कई लोगों का कहना है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों की देखभाल और निगरानी बेहद जरूरी है, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।
निष्कर्ष
यह मामला सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है कि मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चों की काउंसलिंग, इलाज और देखरेख में लापरवाही कितनी गंभीर हो सकती है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने का आश्वासन दिया है। फिलहाल, दुकानदार का इलाज जारी है और किशोरी को पुलिस निगरानी में रखा गया है।