उत्तराखंड के ऊधमसिंहनगर जिले के खटीमा क्षेत्र में एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक युवक ने अपनी प्रेमिका की बेरहमी से गला रेतकर हत्या कर दी और शव को नहर में ठिकाने लगा दिया। हत्या के करीब साढ़े पांच महीने बाद इसका खुलासा हुआ है। पुलिस ने आरोपी मुश्ताक अली को गिरफ्तार कर लिया है, जिसने पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर लिया है और हत्या की वजह भी बताई है।

पूरी योजना बनाकर की हत्या
आरोपी मुश्ताक अली ने बताया कि उसने पूजा मंडल की हत्या की योजना पहले से ही बना रखी थी। 16 नवंबर 2024 को वह पूजा को बहाने से खटीमा स्थित काली पुलिया अंडरपास के पास सुनसान इलाके में ले गया। वहां उसने पहले से साथ लाए चाकू से उसका गला रेत दिया। हत्या के बाद उसने पूजा का सिर काटकर एक थैले में पत्थर डालकर नहर में डुबो दिया और धड़ को चादर में लपेटकर दूसरी जगह नहर में फेंक दिया, ताकि शव की पहचान न हो सके।
प्रेम संबंध से शुरू हुई थी कहानी
पुलिस जांच में सामने आया है कि मुश्ताक और पूजा के बीच प्रेम संबंध थे। पूजा, जो पहले से शादीशुदा थी और अपने पति से अलग रह रही थी, गुरुग्राम में अपनी छोटी बहन के साथ रहती थी। वहीं उसकी मुलाकात टैक्सी चालक मुश्ताक से हुई। दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ीं और वे प्रेम संबंध में आ गए। बताया जा रहा है कि पूजा मुश्ताक की आर्थिक मदद भी करती थी। उसने उसे सितारगंज में एक प्लॉट भी खरीदकर दिया था।

आर्थिक लाभ के लिए किया इस्तेमाल
सूत्रों के अनुसार, मुश्ताक ने दो साल तक पूजा का आर्थिक शोषण किया। टैक्सी चालक के रूप में काम कर रहे मुश्ताक ने पूजा की आर्थिक सहायता से कई जरूरतें पूरी कीं। लेकिन इसी बीच उसने चुपचाप किसी दूसरी युवती से निकाह कर लिया। जब पूजा को इस बात की जानकारी हुई और उसने विरोध किया, तो मुश्ताक ने उसे रास्ते से हटाने की ठान ली।
हत्या का खुलासा और पुलिस कार्रवाई
पूजा की बहन पुरमिला विश्वास ने 19 दिसंबर को गुरुग्राम के सेक्टर 5 थाने में उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उसके बाद हरियाणा पुलिस और उत्तराखंड पुलिस संयुक्त रूप से जांच में जुट गईं। कॉल डिटेल के आधार पर पुलिस मुश्ताक तक पहुंची और उसे पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। पूछताछ में मुश्ताक ने अपना जुर्म कबूल कर लिया और पुलिस को घटनास्थल और शव को ठिकाने लगाने की पूरी जानकारी दी।

सिर की अब भी तलाश जारी
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर नहर से युवती का सिर कटा शव बरामद कर लिया है, लेकिन सिर अब तक नहीं मिल पाया है। मुश्ताक ने पुलिस को बताया कि उसने सिर को एक थैले में बंद कर उसमें पत्थर डालकर नहर के गहरे हिस्से में डुबो दिया था। पुलिस गोताखोरों की मदद से सिर की तलाश में जुटी हुई है।
पूजा का पारिवारिक जीवन
पूजा मंडल उत्तराखंड के नानकमत्ता की बंगाली कॉलोनी की रहने वाली थी। उसका विवाह शक्तिफार्म में हुआ था और उसके दो बच्चे हैं – एक बेटा और एक बेटी। शादी के कुछ वर्षों बाद वह अपने पति से अलग होकर गुरुग्राम चली गई थी। वहीं उसने स्पा सेंटर में नौकरी शुरू की और वहीं उसकी मुश्ताक से जान-पहचान हुई। जब पूजा को मुश्ताक की असलियत का पता चला और उसने विरोध किया, तो यह उसकी जान पर भारी पड़ गया।
शातिर चाल: बेटी को भी बेचने की कोशिश
पूजा के परिजनों ने बताया कि मुश्ताक ने पूजा की बेटी को बेचने का भी प्रयास किया था। जब यह बात पूजा को पता चली, तो उसने बेटी को अपने साथ रख लिया। इसके बाद से ही दोनों के रिश्ते बिगड़ने लगे थे। मुश्ताक पूजा से पीछा छुड़ाना चाहता था और इसी वजह से उसने इतनी भयावह हत्या की योजना बनाई और उसे अंजाम भी दे डाला।
पुलिस का बयान
इस मामले पर एसएसपी ऊधम सिंह नगर मणिकांत मिश्रा ने बताया कि युवक और युवती के बीच प्रेम संबंध था। युवक की पहचान सितारगंज के गौरीखेड़ा निवासी मुश्ताक अली के रूप में हुई है। उसने हत्या की बात स्वीकार की है और उसकी निशानदेही पर युवती की सिर कटी लाश नहर से बरामद की गई है। सिर की तलाश अभी जारी है।
यह वारदात प्रेम संबंध, धोखा, लालच और बेरहमी की एक खौफनाक तस्वीर पेश करती है। आर्थिक लालच और धोखे के इस मामले में एक महिला को अपनी जान गंवानी पड़ी। पुलिस अब भी इस मामले की गहराई से जांच कर रही है, ताकि पूरे सच से पर्दा उठाया जा सके।