भारतीय सेना ने 7 मई 2025 की रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में आतंक के बड़े अड्डों पर अभूतपूर्व एयर स्ट्राइक की। यह कार्रवाई पहलगाम में पर्यटकों पर हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद की गई, जिसमें 26 निर्दोष लोग मारे गए थे। इस जवाबी हमले में भारतीय थल सेना, वायुसेना और नौसेना ने मिलकर पाकिस्तान के भीतर और पीओके में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया, जिनमें जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ऑपरेशनल हेडक्वार्टर और ट्रेनिंग सेंटर्स शामिल थे।

ऑपरेशन सिंदूर: कार्रवाई का विस्तार
- समय और स्थान: बुधवार रात 1:05 से 1:30 बजे के बीच, 25 मिनट के भीतर नौ ठिकानों पर मिसाइलें दागी गईं। इनमें बहावलपुर, मुरीदके, बाघ, कोटली, मुजफ्फराबाद, सवाई कैंप, बिलाल कैंप, गुलपुर, बरनाला, महमून और सरजल शामिल हैं।
- हमले की रणनीति: सेना ने बिना सीमा पार किए लंबी दूरी की मिसाइलें (हैमर, स्कल्प आदि) इस्तेमाल कीं। सभी टारगेट्स को सटीकता से तबाह किया गया।
- निशाने पर कौन: जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय ‘मरकज सुभान अल्लाह’ (बहावलपुर), लश्कर-ए-तैयबा के लॉन्चपैड, हिजबुल के ट्रेनिंग सेंटर।
- मारे गए आतंकी: 90 से 100 के बीच आतंकियों के मारे जाने का दावा। अकेले मुरीदके में 30 आतंकी ढेर हुए। बहावलपुर में मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्य और 4 करीबी सहयोगी मारे गए।
- वीडियो और तस्वीरें: हमले के बाद के वीडियो और तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं, जिनमें आतंकियों की लाशें ट्रैक्टरों से ढोई जा रही हैं।
जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय: मरकज सुभान अल्लाह
- स्थान और महत्व: बहावलपुर (पंजाब, पाकिस्तान) में 15 एकड़ में फैला यह केंद्र जैश का ऑपरेशनल हेडक्वार्टर है। यहां 600 से ज्यादा कैडर रहते थे। इसमें जिम, स्विमिंग पूल, तीरंदाजी रेंज, घुड़सवारी जैसी सुविधाएं थीं।
- इतिहास: संसद हमले (2001), पुलवामा (2019) जैसे आतंकी हमलों की साजिश यहीं रची गई थी। मसूद अजहर और उसका परिवार यहीं रहता था।
- हमले में नुकसान: मसूद अजहर की सबसे बड़ी बहन, बहनोई, भतीजा, भतीजी, उनके पांच बच्चे, एक करीबी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य सहयोगी मारे गए। मसूद अजहर खुद बच गया।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
- पहले इनकार, फिर स्वीकार: पाकिस्तान ने शुरुआत में हमले से इनकार किया, फिर ISPR और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने 24 मिसाइल हमलों की पुष्टि की।
- प्रोपेगेंडा: पाकिस्तान सोशल मीडिया पर जवाबी कार्रवाई का दावा कर रहा है, लेकिन जमीनी हकीकत में उसके आतंक के अड्डे तबाह हो चुके हैं।
- नागरिक हताहत: पाकिस्तान ने दावा किया कि 26 नागरिक मारे गए, 46 घायल हुए, लेकिन भारतीय सेना ने सिर्फ आतंकियों को निशाना बनाने की बात कही।
आगे क्या?
- सेना की लिस्ट में 21 टारगेट: अभी 12 और आतंकी ठिकाने भारतीय सेना के निशाने पर हैं। सेना की प्रेस कॉन्फ्रेंस में स्पष्ट किया गया कि यह सिर्फ शुरुआत है।
- पाकिस्तान में दहशत: इस्लामाबाद समेत पूरे पाकिस्तान में दहशत का माहौल है। आतंकी संगठनों के नेटवर्क और ट्रेनिंग इंफ्रास्ट्रक्चर को बड़ा झटका लगा है।
ऑपरेशन सिंदूर के बड़े संदेश
- भारत ने पहली बार पाकिस्तान के भीतर और पीओके में इतने बड़े पैमाने पर एक साथ एयर स्ट्राइक की।
- आतंकियों के ट्रेनिंग सेंटर, लॉन्चपैड और ऑपरेशनल हेडक्वार्टर तबाह कर दिए गए।
- जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा जैसे संगठनों की कमर तोड़ दी गई।
- पाकिस्तान के लिए यह सिर्फ ट्रेलर है, आगे और भी कड़ी कार्रवाई हो सकती है।
निष्कर्ष
ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की सैन्य क्षमता, राजनीतिक इच्छाशक्ति और आतंक के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति को पूरी दुनिया के सामने रखा। पाकिस्तान की छद्म युद्ध नीति को बड़ा झटका लगा है और आतंक के आकाओं की कमर टूट गई है। सेना की लिस्ट में अभी और ठिकाने बाकी हैं, जिससे पाकिस्तान की बेचैनी और बढ़ गई है। पहलगाम के निर्दोषों का बदला लेकर भारत ने साफ कर दिया है – आतंक का कोई भी ठिकाना अब सुरक्षित नहीं।