बलिया जिले में एक सनसनीखेज और भयावह मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने रिटायर्ड फौजी पति की बेरहमी से हत्या कर दी। आरोपियों ने मृतक के शरीर को छह टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगहों पर फेंक दिया और सिर को घाघरा नदी में बहा दिया। इस घटना ने पूरे इलाके को हिला कर रख दिया है। पुलिस ने मामले में तुरंत कार्रवाई करते हुए सबसे पहले आरोपी पत्नी माया देवी को गिरफ्तार किया और फिर उसके प्रेमी अनिल यादव को मुठभेड़ के बाद दबोच लिया। अब तक कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जबकि पुलिस मृतक के सिर की तलाश में घाघरा नदी में गोताखोरों की मदद से खोजबीन कर रही है।

घटना का प्रारंभ और पुलिस की कार्रवाई
9 मई की रात को यह वारदात हुई थी। अगले दिन माया देवी ने पति देवेंद्र राम की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, जिसमें उन्होंने बताया कि उनका पति लापता है। पुलिस ने इस रिपोर्ट के आधार पर जांच शुरू की, लेकिन जल्द ही शक हुआ कि यह कोई सामान्य गुमशुदगी का मामला नहीं है। सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव के पास एक खेत में पॉलीथिन में लिपटे कटे हुए हाथ-पैर मिले, जो मृतक के थे। इसके बाद एक कुएं से मृतक का धड़ बरामद हुआ। पुलिस ने इस मामले में माया देवी, उसके प्रेमी अनिल यादव और उनके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया।
बलिया के पुलिस अधीक्षक ओमवीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने कड़ी कार्रवाई करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच कर रही है। जल्द ही चार्जशीट दाखिल की जाएगी। इस बीच, मृतक के सिर की खोज जारी है, जो इस केस के लिए अहम सबूत साबित होगा।
मृतक और परिवार की जानकारी
देवेंद्र राम 62 वर्ष के थे और बॉर्डर रोड्स ऑर्गेनाइजेशन (BRO) से रिटायर हुए थे। उनकी शादी 28 साल पहले माया देवी से हुई थी। उनके चार बच्चे हैं-तीन बेटियां और एक बेटा। बड़ी बेटी जयपुर में प्राइवेट नौकरी करती है, दूसरी नोएडा में, तीसरी कोटा में NEET की तैयारी कर रही है और बेटा भी पढ़ाई कर रहा है। देवेंद्र का एक घर खेजूरी थाना क्षेत्र के हरिपुर गांव में भी था, जहां वे ज्यादातर रहते थे, जबकि माया शहर वाले घर में अकेली रहती थी।
प्रेम संबंध और हत्या की साजिश
करीब चार साल पहले माया की मुलाकात अनिल यादव से हुई, जो 23 वर्षीय ट्रक ड्राइवर है और सिकंदरपुर थाना क्षेत्र के खरीद गांव का रहने वाला है। माया और अनिल के बीच जल्द ही अवैध संबंध बन गए। अनिल अक्सर देवेंद्र के न रहने पर माया के घर रहता था। यह बात मोहल्ले में फैल गई और देवेंद्र व उनके बच्चों को भी पता चल गया। घर में अनिल को लेकर कई बार झगड़ा होता था, और देवेंद्र ने कई बार माया को पीटा भी था। माया इस स्थिति से परेशान थी और उसने अनिल के साथ मिलकर देवेंद्र की हत्या की योजना बनाई।
हत्या की विधि
माया ने पुलिस को बताया कि 9 मई को उसने अनिल को अपने घर बुलाया था। अनिल अपने साथ मिथलेश और सतीश को भी लेकर आया था। चारों ने मिलकर देवेंद्र की हत्या करने की योजना बनाई। माया ने देवेंद्र को फोन कर शहर वाले घर बुलाया। जब देवेंद्र आया, तो उसे कोल्डड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया गया, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद चारों ने चाकू से देवेंद्र के शरीर को छह टुकड़ों में काट दिया।
शव के टुकड़े अलग-अलग जगह फेंकना
हत्या के बाद आरोपियों ने शव के टुकड़ों को अलग-अलग जगह फेंकने की योजना बनाई। हाथ-पैर खरीद गांव के एक बगीचे में फेंक दिए गए, धड़ एक कुएं में डाल दिया गया और सिर को घाघरा नदी में बहा दिया गया। यह तरीका उन्होंने मृतक की पहचान छिपाने और पुलिस की जांच को गुमराह करने के लिए अपनाया।
पुलिस की मुठभेड़ और गिरफ्तारी
पुलिस ने आरोपियों की तलाश के दौरान अनिल यादव और उसके सहयोगी सतीश यादव को पकड़ा। जब पुलिस ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने फायरिंग कर दी। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में अनिल यादव के पैर में गोली लगी और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। माया देवी, अनिल यादव, मिथलेश पटेल और सतीश यादव को गिरफ्तार किया गया है।
परिवार की प्रतिक्रिया और सामाजिक प्रभाव
गांव और परिवार में इस घटना ने भारी सदमा पहुंचाया है। देवेंद्र राम को एक शांत और सम्मानित व्यक्ति के रूप में जाना जाता था। किसी को यकीन नहीं हो रहा कि उनकी पत्नी और प्रेमी ने मिलकर ऐसा कांड कर दिया। परिवार के लोग इस घटना से टूट चुके हैं और न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
पुलिस की आगे की रणनीति
पुलिस मृतक के सिर की तलाश जारी रखे हुए है, क्योंकि यह केस के लिए महत्वपूर्ण सबूत माना जा रहा है। एसपी ओमवीर सिंह ने कहा है कि आरोपियों से पूछताछ जारी है और जल्द ही सभी तथ्य सामने आएंगे। चार्जशीट दाखिल करने की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है।
निष्कर्ष
यह मामला न केवल एक हत्या का है, बल्कि रिश्तों में विश्वासघात और धोखे की कहानी भी है। माया देवी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की, शव को टुकड़ों में काटकर अलग-अलग जगह फेंक दिया। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई कर आरोपियों को गिरफ्तार किया है और मामले की गहन जांच कर रही है। मृतक के सिर की तलाश जारी है, जो इस केस के लिए निर्णायक साबित होगी। यह घटना समाज में रिश्तों की नाजुकता और विश्वासघात की गंभीरता को दर्शाती है।