उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के विजयनगर थाना क्षेत्र स्थित संतोष मेडिकल कॉलेज में एक शर्मनाक और सनसनीखेज मामला सामने आया है। एक हिन्दू छात्रा ने कॉलेज में पढ़ने वाले तीन मुस्लिम छात्रों पर लगातार छेड़खानी, धमकाने और अश्लील हरकतें करने का गंभीर आरोप लगाया है। जब पीड़िता ने अपनी शिकायत अपने फुफेरे भाई से साझा की और उसने उन लड़कों को समझाने की कोशिश की, तो आरोपितों ने छात्रा के भाई पर लोहे की रॉड से हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। पीड़िता का भाई फिलहाल अस्पताल में भर्ती है।

दो महीने से लगातार हो रही थी छेड़छाड़
घटना के अनुसार, पीड़िता गाजियाबाद की निवासी है और वह संतोष मेडिकल कॉलेज में दंत चिकित्सा की पढ़ाई कर रही है। उसने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि कॉलेज के ही तीन छात्र – दो समीर नामक युवक और एक अन्य जिसका नाम कजान है – पिछले दो महीनों से उसके साथ लगातार अभद्रता और छेड़छाड़ कर रहे थे। आरोप है कि ये तीनों छात्र उसके बैग को जबरन छीन लेते थे, गाल खींचते थे, जान-बूझकर उसके शरीर को अनुचित तरीके से छूते थे, और बिना अनुमति उसकी तस्वीरें खींचते थे।
तेजाब फेंकने की धमकी भी दी गई
छात्रा ने बताया कि जब वह इन हरकतों का विरोध करती थी, तो आरोपित उसे तेजाब फेंकने जैसी धमकियाँ भी देते थे। इन धमकियों और लगातार हो रही छेड़छाड़ के चलते छात्रा मानसिक रूप से बुरी तरह से परेशान हो गई थी। शुरुआत में उसने यह सोचकर चुप्पी साधे रखी कि शायद बात यहीं खत्म हो जाए, लेकिन जब स्थितियाँ असहनीय हो गईं, तो उसने यह पूरी बात अपने फुफेरे भाई को बताई, जो उसी कॉलेज में पढ़ता है।
समझाने गया भाई बना हमले का शिकार
पीड़िता के फुफेरे भाई ने कॉलेज परिसर में आरोपित छात्रों – दोनों समीर और कजान – को समझाने की कोशिश की और उन्हें उसकी बहन से दूर रहने की सलाह दी। लेकिन यह बात उन तीनों को नागवार गुज़री। इसके बाद 28 अप्रैल 2025 को दोपहर करीब 1:30 बजे, कॉलेज के मुख्य गेट पर इन तीनों ने मिलकर छात्रा के भाई पर हमला कर दिया। उन्होंने न केवल उसे गालियाँ दीं, बल्कि लोहे की रॉड से पीट-पीटकर उसे अधमरा कर दिया। गंभीर रूप से घायल होने के कारण पीड़िता के भाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ उसका इलाज चल रहा है।
पीड़िता ने दर्ज कराई FIR, आरोपी फरार
पीड़िता ने अगले दिन, यानी 29 अप्रैल को, विजयनगर थाने में आरोपियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के साथ उसने बताया कि वह बेहद डरी हुई है और उसे अपनी जान का खतरा है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपित समीर, समीर और कजान के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 74 (शारीरिक स्वतंत्रता का उल्लंघन), 115 (2) (जानबूझकर गंभीर चोट पहुँचाना), 352 (हमला करना), और 351 (2) (अश्लील हरकतें) के तहत केस दर्ज किया है।
पुलिस जांच जारी, गिरफ्तारी अब तक नहीं
हालाँकि, अभी तक पुलिस ने किसी भी आरोपित की गिरफ्तारी की पुष्टि नहीं की है। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने जांच तेज कर दी है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। साथ ही कॉलेज प्रशासन से भी इस विषय में जानकारी जुटाई जा रही है।
वीडियो में फूट-फूट कर रोई पीड़िता
इस पूरी घटना के बाद पीड़िता ने एक वीडियो बयान में हिन्दू संगठनों के सामने आकर अपनी आपबीती सुनाई। वह बयान के दौरान रो पड़ी और कहा कि वह सिर्फ पढ़ाई के लिए कॉलेज आई थी, लेकिन यहाँ उसे लगातार मानसिक प्रताड़ना और भय का सामना करना पड़ रहा है। उसने कहा कि उसे न्याय चाहिए और वह चाहती है कि दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिले।
हिन्दू संगठनों ने जताया रोष, न्याय की मांग
घटना सामने आने के बाद कई हिन्दू संगठनों ने कॉलेज प्रशासन और पुलिस प्रशासन के रवैये पर सवाल उठाए हैं। उनका कहना है कि अगर पहले ही कोई कार्रवाई कर दी जाती तो यह हमला टल सकता था। संगठनों ने आरोपियों की तत्काल गिरफ्तारी और कॉलेज में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है।
निष्कर्ष:
गाजियाबाद के एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में सामने आई यह घटना ना सिर्फ कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है, बल्कि छात्राओं की सुरक्षा और कॉलेज परिसर में अनुशासन को लेकर भी चिंताओं को उजागर करती है। पीड़िता ने साहस के साथ अपनी बात सामने रखी है, और अब ज़रूरत है कि प्रशासन निष्पक्ष जांच करते हुए त्वरित कार्रवाई करे, ताकि आरोपी सज़ा पा सकें और अन्य छात्राओं में सुरक्षा की भावना लौट सके।