महाराष्ट्र के नासिक शहर में एक 18 वर्षीय महिला के साथ उसके जीजा और दो अन्य लोगों ने कथित तौर पर 31 घंटे तक सामूहिक बलात्कार किया। यह घटना 22 तारीख की सुबह 10 बजे से 23 तारीख की शाम 5 बजे के बीच पंचवटी इलाके में घटी। पीड़िता ने आरोप लगाया कि उसके जीजा ने जेल में बंद उसके पति की जमानत के लिए गारंटर की व्यवस्था करने के बहाने उसे बुलाया था। इसी दौरान उसके साथ यह अमानवीय कृत्य किया गया।

घटना का विस्तार
- पीड़िता की शादी कुछ महीने पहले हुई थी। उस समय वह नाबालिग थी, जिसके चलते उसके परिवार ने मुंबई के अंधेरी के एमआईडीसी पुलिस स्टेशन में उसके पति के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। इसके बाद उसके पति को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
- हाल ही में उसका जीजा, जो उसके पति से बड़ा है, नासिक में रहता है। उसने महिला को नासिक बुलाया और कहा कि वह उसके पति की जमानत के लिए गारंटर की व्यवस्था करेगा।
- महिला 22 तारीख की सुबह 8:30 बजे नासिक पहुंची। जीजा और दो अन्य आरोपी उसे गारंटर से मिलने के बहाने पंचवटी इलाके के एक खुले मैदान में ले गए।
- वहां आरोपियों ने उसे खाने के लिए कुछ दिया, लेकिन जब उसने मना किया तो उसे पेड़ से बांध दिया गया।
- दोपहर लगभग 1:30 बजे आरोपियों ने उसके साथ मारपीट की और उनमें से एक ने बलात्कार किया, जिससे वह बेहोश हो गई।
- अगले दिन सुबह जब उसे होश आया, तो वह बोलने और चलने में असमर्थ थी। उसने भागने की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने फिर से पीटा और वह दोबारा बेहोश हो गई।
- यह सिलसिला 23 तारीख की शाम 5 बजे तक चलता रहा। इस दौरान तीनों आरोपी शराब पी रहे थे।
- महिला ने टॉयलेट जाने का बहाना बनाया, एक आरोपी उसके साथ गया, लेकिन उसने उसे धक्का देकर भागने में सफलता पाई।
- वह किसी तरह नासिक रोड उपनगर पहुंची और देर रात पुलिस में शिकायत दर्ज कराई।
पुलिस की कार्रवाई और धाराएँ
- पुलिस ने दो आरोपियों-अमित विजय दामले (25 वर्ष) और गोपाल राजेंद्र नागोलकर (25 वर्ष)-को गिरफ्तार कर लिया है। उसका जीजा (करीब 30 वर्ष) अभी फरार है।
- पुलिस को संदेह है कि इस अपराध में दो और लोग शामिल हो सकते हैं, जिनमें से एक की उम्र लगभग 30 वर्ष है और एक अज्ञात है।
- नासिक रोड पुलिस ने मामला दर्ज कर पंचवटी पुलिस स्टेशन में ट्रांसफर कर दिया है।
- आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (BNS) की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है: धारा 70(1), 64 (बलात्कार), 69 (धोखे से यौन संबंध), 74 (महिला पर हमला या आपराधिक बल), 115 (दुष्कर्म), 2(बीएनएस) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), और 3(5) (सामान्य इरादा)।
कानूनी और सामाजिक संदर्भ
- यह घटना न केवल महिला सुरक्षा के प्रति समाज की संवेदनशीलता पर सवाल उठाती है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि पारिवारिक रिश्तों के नाम पर भी किस तरह अपराध हो सकते हैं।
- पुलिस द्वारा त्वरित कार्रवाई और आरोपियों की गिरफ्तारी सराहनीय है, लेकिन मुख्य आरोपी (जीजा) अभी भी फरार है।
- ऐसे मामलों में पीड़िता के लिए न्याय सुनिश्चित करना और समाज में जागरूकता बढ़ाना आवश्यक है।
स्रोत
- महिला के साथ 31 घंटे तक सामूहिक बलात्कार, जीजा ने लिए साली से मजा…]
- महिला के साथ 31 घंटे तक सामूहिक बलात्कार, जीजा और उसका साथी गिरफ्तार]
निष्कर्ष
यह मामला महाराष्ट्र में महिलाओं की सुरक्षा और आपराधिक न्याय प्रणाली की संवेदनशीलता को उजागर करता है। पीड़िता की हिम्मत और पुलिस की तत्परता के बावजूद, मुख्य आरोपी का फरार होना चिंता का विषय है। समाज को ऐसे मामलों में संवेदनशीलता के साथ त्वरित और कठोर कार्रवाई की आवश्यकता है, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और अपराधियों को सजा।