हैदराबाद में एक बार फिर नाबालिग के यौन उत्पीड़न का चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसने पूरे शहर में सनसनी फैला दी है। यह घटना जुबली हिल्स पुलिस थाना क्षेत्र के एक सर्वेंट क्वार्टर की है, जहां एक 28 वर्षीय महिला, जो पेशे से नौकरानी है, पर नाबालिग लड़के के यौन शोषण का गंभीर आरोप लगा है। पुलिस ने पीड़ित के परिवार की शिकायत के आधार पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और पोक्सो (POCSO) अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपी महिला को हिरासत में ले लिया है।

घटना का पूरा विवरण
पीड़ित लड़का और उसकी मां उसी सर्वेंट क्वार्टर में रहते हैं, जहां आरोपी महिला भी काम करती थी। आरोप है कि महिला ने लड़के को बहला-फुसलाकर अपने साथ ले गई और उसका यौन उत्पीड़न किया। इतना ही नहीं, आरोपी महिला ने बच्चे को धमकी दी कि अगर उसने इस घटना के बारे में किसी को बताया तो उसके गंभीर परिणाम होंगे। इस डर के कारण बच्चा चुप रहा, लेकिन बाद में उसने अपनी मां को पूरी घटना की जानकारी दी।
मां की शिकायत के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने बताया कि पीड़ित की मां की शिकायत के आधार पर पोक्सो अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और आगे की जांच जारी है।
पुलिस की कार्रवाई और कानूनी पहलू
पुलिस अधिकारियों के अनुसार, महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता (IPC) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (POCSO Act) के तहत केस दर्ज किया गया है। आरोपी महिला से पूछताछ की जा रही है और मामले की गहन जांच की जा रही है। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया कि बच्चों के खिलाफ यौन अपराधों के मामलों में सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति न हो।
हैदराबाद में पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले
यह कोई पहला मामला नहीं है जब हैदराबाद में नाबालिगों के यौन शोषण की घटना सामने आई हो। इसी साल मार्च में अनुसूचित जनजाति समुदाय की एक 15 वर्षीय नाबालिग लड़की के साथ बार-बार बलात्कार का मामला सामने आया था। आरोपी युवक ने पीड़िता को दो साल तक अपने जाल में फंसाए रखा, उसे नवंबर 2024 में भगा ले गया और हैदराबाद, विशाखापत्तनम और यादाद्री में कई जगहों पर ले जाकर उसका शारीरिक शोषण किया और जबरन शादी भी की। पीड़िता के माता-पिता की शिकायत पर पुलिस ने 7 मार्च को आरोपी को गिरफ्तार कर लिया और पीड़िता को सकुशल बरामद किया13।
इसके अलावा, तेलंगाना और हैदराबाद में कई अन्य मामलों में भी नाबालिगों के यौन उत्पीड़न की घटनाएं सामने आ चुकी हैं, जिनमें आरोपी नाबालिग या वयस्क दोनों हो सकते हैं। उदाहरण के लिए, एक मामले में चलती ट्रेन में एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म किया गया था, जबकि एक अन्य मामले में स्कूल के तीन नाबालिग लड़कों को एक किशोरी के यौन उत्पीड़न के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
समाज में बढ़ती चिंता और जागरूकता की जरूरत
इन घटनाओं ने समाज में बच्चों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा कर दी है। विशेषज्ञों का मानना है कि बच्चों के यौन शोषण के मामलों में परिवार, स्कूल और समाज को अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है। बच्चों को जागरूक करना, उन्हें सुरक्षित माहौल देना और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को देना बेहद जरूरी है।
निष्कर्ष
हैदराबाद की यह घटना एक बार फिर बताती है कि बच्चों के खिलाफ यौन अपराध कितने गंभीर और संवेदनशील हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और सख्त कानूनों के बावजूद, समाज में जागरूकता और सतर्कता की कमी के चलते ऐसे अपराध बार-बार सामने आ रहे हैं। इस मामले में आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है। पुलिस और प्रशासन की जिम्मेदारी है कि वे ऐसे मामलों में सख्त कदम उठाएं और दोषियों को कड़ी सजा दिलाएं, ताकि समाज में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।