6 मई 2025 को बलूचिस्तान के कच्छी जिले के माच इलाके में पाकिस्तानी सेना के काफिले पर हुए भीषण IED हमले ने न सिर्फ पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए, बल्कि बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) के बढ़ते आत्मविश्वास और सैन्य क्षमता को भी उजागर कर दिया। यह हमला BLA के स्पेशल टैक्टिकल ऑपरेशंस स्क्वाड ने अंजाम दिया, जिसमें एक खुले वाहन में सवार पाकिस्तानी सेना के 12 जवान मारे गए, जिनमें स्पेशल ऑपरेशंस कमांडर तारिक इमरान और सूबेदार उमर फारूक भी शामिल थे। इस हमले का वीडियो BLA ने खुद जारी किया, जिसमें विस्फोट की भयावहता और पाकिस्तानी सैनिकों की असहायता साफ देखी जा सकती है।

हमले का घटनाक्रम और वीडियो
BLA द्वारा जारी किए गए लगभग 5 मिनट के वीडियो में दिखाया गया कि पाकिस्तानी सेना का वाहन नियमित गश्त पर था। जैसे ही वाहन एक निश्चित स्थान पर पहुंचा, सड़क किनारे छुपाकर रखे गए IED को रिमोट कंट्रोल से विस्फोटित कर दिया गया। धमाका इतना जबरदस्त था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार सभी सैनिक मौके पर ही मारे गए। वीडियो में धमाके के बाद का मंजर, धूल-धुएं और चीख-पुकार के साथ दिखाया गया है।
BLA की रणनीति और बढ़ती ताकत
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) पाकिस्तान में सक्रिय एक सशस्त्र विद्रोही संगठन है, जिसकी स्थापना वर्ष 2000 में बलूचिस्तान को स्वतंत्र राष्ट्र बनाने के उद्देश्य से हुई थी। BLA का दावा है कि पाकिस्तान सरकार ने बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का शोषण किया और स्थानीय आबादी को राजनीतिक व आर्थिक रूप से उपेक्षित रखा। इसी असंतोष ने बलूचिस्तान में दशकों से अलगाववादी आंदोलन को मजबूती दी है।
BLA के पास कई प्रशिक्षित इकाइयां हैं, जैसे मजीद ब्रिगेड, फतेह स्क्वॉड और सुसाइड अटैक यूनिट, जो गुरिल्ला युद्ध, IED विस्फोट और आत्मघाती हमलों में माहिर हैं। हाल के वर्षों में BLA ने पाकिस्तानी सेना, पुलिस, सरकारी प्रतिष्ठानों और खास तौर पर चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (CPEC) की परियोजनाओं पर लगातार हमले किए हैं।
हालिया हमलों की श्रृंखला
6 मई के हमले से पहले भी BLA ने कई बड़े हमले किए हैं। मार्च 2025 में BLA के लड़ाकों ने क्वेटा से पेशावर जा रही जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को हाईजैक कर लिया था, जिसमें 21 नागरिक और 4 सैनिक मारे गए थे। मई के पहले सप्ताह में ही बलूचिस्तान के अन्य इलाकों में भी पाकिस्तानी सेना पर हमले हुए, जिनमें कुल 14 सैनिक मारे गए। BLA ने चेतावनी दी है कि उसकी “आज़ादी की लड़ाई” और तेज़ होगी और पाकिस्तान की “किराए की फौज” को हर मोर्चे पर चुनौती दी जाएगी।
पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
पाकिस्तानी सेना ने इस हमले के लिए भारत को दोषी ठहराया और BLA को “भारतीय प्रॉक्सी” बताया, हालांकि इसके समर्थन में कोई ठोस सबूत नहीं दिया गया। सेना ने इलाके में सघन सर्च ऑपरेशन चलाया और घायलों को क्वेटा के सैन्य अस्पताल में भर्ती कराया। ISPR (Inter-Services Public Relations) के अनुसार, पाकिस्तान में 2025 में अब तक 200 से ज्यादा सुरक्षा बलों के जवान बलूच और अन्य विद्रोही हमलों में मारे जा चुके हैं।
बलूचिस्तान में असंतोष के कारण
बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा और संसाधन संपन्न प्रांत है, लेकिन यहां की आबादी खुद को उपेक्षित महसूस करती है। प्राकृतिक गैस, खनिज और समुद्री तट होने के बावजूद बलूचिस्तान में बेरोजगारी, गरीबी और शिक्षा की कमी है। स्थानीय लोगों का आरोप है कि उनके संसाधनों का दोहन कर केंद्र सरकार और सेना फायदा उठा रही है, जबकि बलूच जनता को अधिकार नहीं मिलते। यही असंतोष BLA जैसे संगठनों को समर्थन देता है।
अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय प्रभाव
BLA के बढ़ते हमलों ने न सिर्फ पाकिस्तान की आंतरिक सुरक्षा को चुनौती दी है, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता के लिए भी खतरा पैदा किया है। CPEC जैसी परियोजनाओं पर लगातार हमले चीन के लिए भी चिंता का विषय हैं। पाकिस्तान बार-बार भारत पर आरोप लगाता है कि वह बलूच विद्रोहियों को समर्थन देता है, हालांकि भारत ने हमेशा इन आरोपों को खारिज किया है।
निष्कर्ष
बलूचिस्तान में 6 मई 2025 को हुआ IED हमला पाकिस्तान के लिए एक बड़ा झटका है। BLA की बढ़ती सैन्य क्षमता, स्थानीय असंतोष और क्षेत्रीय राजनीति ने बलूचिस्तान को पाकिस्तान के लिए सबसे बड़ा सुरक्षा संकट बना दिया है। जब तक बलूच जनता की शिकायतों का समाधान नहीं होता, विद्रोह और हिंसा की घटनाएं यूं ही जारी रहने की संभावना है। BLA के वीडियो और हमलों ने यह स्पष्ट कर दिया है कि बलूचिस्तान की लड़ाई अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच चुकी है।