नैनीताल में 12 वर्षीय बालिका से दुष्कर्म की घटना ने न केवल स्थानीय समाज को झकझोर दिया, बल्कि पूरे प्रदेश में आक्रोश और सांप्रदायिक तनाव भी फैला दिया। यह घटना, आरोपी की गिरफ्तारी, विरोध-प्रदर्शन, प्रशासनिक कार्रवाई और सामाजिक प्रतिक्रिया-सभी पहलुओं में व्यापक चर्चा का विषय बन गई है।

घटना का विवरण
12 अप्रैल 2025 को नैनीताल में एक 12 वर्षीय बच्ची के साथ मोहम्मद उस्मान नामक 73 वर्षीय ठेकेदार ने दुष्कर्म किया। रिपोर्ट के अनुसार, आरोपी ने बच्ची को बाजार से अपने घर ले जाकर गैराज में खड़ी कार में दुष्कर्म किया। जब बच्ची ने विरोध किया तो आरोपी ने चाकू दिखाकर उसके मुंह पर कपड़ा बांध दिया और पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी। बच्ची इस घटना के बाद सदमे में चली गई और कई दिन तक गुमसुम रही। बड़ी बहन और नानी के पूछने पर उसने घटना का खुलासा किया, जिसके बाद मां ने पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराई।
पुलिस और प्रशासनिक कार्रवाई
- पुलिस ने आरोपी मोहम्मद उस्मान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। पीड़िता के कोर्ट में बयान दर्ज कराए गए हैं।
- घटना के बाद शहर में भारी तनाव फैल गया। स्थानीय लोग, हिंदू संगठनों और व्यापारियों के समूहों ने मल्लीताल थाने का घेराव किया और आरोपी को फांसी देने की मांग की।
- तनाव के दौरान भीड़ ने मुस्लिम समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ की, वाहनों को नुकसान पहुंचाया और मस्जिद पर पत्थर फेंके। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया और 25-30 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की।
- प्रशासन ने सार्वजनिक स्थलों पर सुरक्षा बढ़ा दी है और संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की जा रही है।
सामाजिक और राजनीतिक प्रतिक्रिया
- महिलाओं और सामाजिक संगठनों ने आरोपी को फांसी देने की मांग के साथ प्रदर्शन किए। हल्द्वानी तक विरोध की आंच पहुंची।
- भाजपा महिला मोर्चा और कांग्रेस दोनों ने पीड़िता की सुरक्षा, काउंसलिंग और आरोपी के खिलाफ फास्ट ट्रैक कोर्ट में मुकदमा चलाने की मांग की।
- मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीड़ित परिवार को सुरक्षा और बच्चियों की शिक्षा का खर्च उठाने का आश्वासन दिया। जिलाधिकारी ने स्पॉन्सरशिप योजना के तहत हर माह चार हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने का ऐलान किया।
सांप्रदायिक तनाव और पर्यटन पर असर
- घटना के बाद नैनीताल में 18 घंटे तक सांप्रदायिक तनाव रहा। सोशल मीडिया पर अफवाहों और वीडियो के चलते तनाव और बढ़ गया।
- कई पर्यटकों ने अपनी होटल बुकिंग रद्द कर दी, जिससे पर्यटन कारोबार पर भी असर पड़ा।
- प्रशासन ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और शांति बनाए रखने की अपील की।
आरोपी के बारे में जानकारी
- आरोपी उस्मान मूल रूप से राजमिस्त्री था, जो बाद में ठेकेदार बन गया। नगर पालिका और अन्य विभागों में पंजीकृत ठेकेदार था और हाल ही में एक निजी संस्था का ढाई करोड़ का ठेका उसके नाम पर हुआ था6।
- उसकी दो शादियां हैं और बच्चे उच्च पदों पर कार्यरत हैं। एक घटना ने उसकी वर्षों की साख पर दाग लगा दिया6।
निष्कर्ष
नैनीताल की यह घटना न केवल एक जघन्य अपराध है, बल्कि इससे जुड़े सामाजिक, सांप्रदायिक और प्रशासनिक पहलुओं ने पूरे प्रदेश को झकझोर दिया है। आरोपी की गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग के साथ-साथ पीड़िता की सुरक्षा, काउंसलिंग और पुनर्वास पर भी प्रशासन ध्यान दे रहा है। साथ ही, प्रशासन ने सांप्रदायिक सौहार्द बनाए रखने और कानून-व्यवस्था को नियंत्रित करने के लिए सख्त कदम उठाए हैं।
“नैनीताल में हालात सामान्य है लेकिन वीकेंड पर्यटन पर जबरदस्त असर पड़ा है… बाहर से आने वाले पर्यटकों ने दो दिन पहले नैनीताल में हुए बवाल के बाद होटलों से अपनी बुकिंग कैंसिल करवा दी…”
इस घटना ने एक बार फिर समाज में बेटियों की सुरक्षा, त्वरित न्याय और सांप्रदायिक सौहार्द की आवश्यकता पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।